Makarsankranti shayari 2022 | मकर संक्रांति की शुभकामनाएं

आज में आपको makarsankranti shayari और उसीके साथ साथ मकर संक्रांति की शुभकामनाएं पर कुछ बाते केहना चाहता हु. में उम्मीद करता हु की आपको ये makarsankranti shayari जरूर पसंद आएगी.

अगर आपको ये makarsankranti shayari और मकर संक्रांति की शुभकामनाएं पसंद आए तो आप एक बार ये Mahakal ki shayari भी पढना.

makarsankranti shayari 2022

Makarsankranti-shayari-2022-मकर-संक्रांति-की-शुभकामनाएं

पतंगों का नशा
मांझे की धार
सर्दी की मार फिर भी दिल है बेक़रार
मुबारक हो आपको पतंगों का त्यौहार
हैप्पी मकर संक्रांति

बिन बादल बरसात नहीं होती
सूरज के उगे बिना दिन की शुरुआत नहीं होती
हम जानते है हमारे बिना विश किए
आपकेकिसी त्यौहार शुरुआत नहीं होती
आप सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं

Makarsankranti-shayari-2022-मकर-संक्रांति-की-शुभकामनाएं

खुले आसमान में जमी से बात न करो
ज़ी लो ज़िंदगी ख़ुशी का आस न करो
हर त्यौहार में कम से कम हमे न भूला करो
फ़ोन से न सही मैसेज से ही संक्राति विश किया करो

Makarsankranti-shayari-2022-मकर-संक्रांति-की-शुभकामनाएं

मुंगफली की खुश्बु
और गुड़ की मिठास
दिलों में खुशी और अपनो का प्यार
मुबारक हो आपकोमकर संक्रांति का त्योंहार

मकर संक्रांति की शुभकामनाएं

Makarsankranti-shayari-2022-मकर-संक्रांति-की-शुभकामनाएं

चिक्की की खुशबू, लड्डू की बहार
उत्तरायण का त्योहार आने को तैयार
थोड़ी सी मस्ती, थोड़ा सा प्यार
मुबारक हो आपको संक्रांति का त्योहार

सर्दी की इस सुबह पड़ेगा हमे नहाना
मकरसक्रांति का पर्व कर देगा मोसम सुहाना
दिन भर पतंग हमें है उड़ाना
कहीं गुड कही तिल के लड्डू मिल कर हमें है खाना

पल पल सुनहरे फूल खिले
कभी न हो काँटों से सामना
जिंदगी आपकी खुशियो से भरी रहे
यही है संक्रांति पर हमारी शुभकामना

बिन सावन बरसात नहीं होती
सूरज डूबे बिन रात नहीं होती
अपनी तो आदत है ऐसी
आपको विश किये बिन किसी त्यौहार की शुरुवात नहीं होती

makarsankranti 2022 shayari

काट ना सके कभी कोई पतंग आपकी
टूटे ना कभी डोर आपके विश्वास की
छू लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी
जैसे पतंग छूती है ऊँचाइयाँ आसमान की

त्योहार नही होता अपना पराया
त्योहार है वही जिसे सबने मनाया
तो मिला के गुंड में तिल
पतंग संग उड़ जाने दो दिल
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं

बाजरे की रोटी, निम्बू का आचार
सूरज की किरणें, चाँद की चांदनी और अपनों का प्यार
हर जीवन हो खुशाल
मुबारक हो मकर संक्रान्ति का त्योहार

Makar Sankranti shayari Image

हर पतंग जानती है अंत में कचरे मे जाना है
लेकिन उसके पहले उसे आसमान छूकर दिखाना है

गुड़ की मिठास,पतंगों की आस
संक्रांति में मनाओ जम कर उल्लास
हैप्पी मकर संक्रांति

मीठी बोली, मीठी जुबान
मकर संक्रांति पर यही है पैगाम
हैप्पी मकर संक्रांति

अपनी कमजोरियों का जिक्रकभी भी न करना जमाने से
लोग कटी पतंगों को जमकरलुटा करते हैं

जैसे सूर्योदय के होते ही अंधकार दूर हो जाता है
वैसे ही मन की प्रसन्नता से सारी बाधाएँ शांत हो जाती हैं
सभी को मकरसंक्राँति की हार्दिक शुभकामनाएँ

makarsankranti shayari 2022

इस वर्ष की मकर संक्रांति
आपके लिए हो तिल लड्डू जैसी मीठी
मिले कामयाबी पतंग जैसी उँची
इसी कामना वाली मकर संक्राति

सूरज की राशि बदलेगी बहुतों की किस्मत बदलेगी
यह साल का पहला पर्व होगा, जो बस खुशियों से भरा होगा
हैप्पी संक्रांति

मंदिर की घण्टी,आरती की थली
नदी के किनारे सुरज की लाली
जिन्दगी मैं आये खुशीयो की बहार
मुबारक हो आपको मकर संक्रांति का त्यौहार

Makarsankranti-shayari-2022-मकर-संक्रांति-की-शुभकामनाएं

तन में मस्ती, मन में उमंग
देकर सबको अपनापन
गुड में जैसे मीठापन
होकर साथ हम उड़ाएं पतंग
और भर ले आकाश में अपने रंग

मकर संक्रांति की शुभकामनाएं

दिल में है छायी मस्ती
मन में भरी है उमंग
उड़ती हैं पतंगें रंग बिरंगी
आसमान में छाया मकर संक्रांति का रंग

है प्यारा यह पर्व हमारा,
नया दिन और नया उजाला
मिट जाए सब कलेश दिलों से
मकर संक्रांति पर यही सन्देश हमारा

चिंटू मन्नू जल्दी आ जाओ
तिल के लड्डू गब-गब खा जाओ
लूटेंगे खूब सारे पतंग इस बार
आया है मकर संक्रांति का तयोहार

makarsankranti shayari 2022

पतंगों का नशा
माँझें की धार
सर्दी की मार
फिर भी दिल है बेक़रार
मुबारक हो आप सभी को पतंगों का तयोहार

ऊँची पतंग से मेरी ऊँची उड़ान होंगी
इस जहाँ में मेरे लिए मंजिले तमाम होंगी
जब भी आसमान की और देखोगे तुम दोस्तों
तुम्हारे ही हाथों मेरी डोर के साथ जान होंगी
तिल्ली भी पीली और गुड़ में मिठास होंगी
मकर सक्रांति पर्व पर मेरी तरफ से बधाइयाँ बार बार होंगी

काटा रे, काटा रे चिल्लाये मौहल्ले वाले
पतंगे मांजा लुटने सभी जोरो से भागे
कभी करते मजाक, कभी करते लड़ाई
फिर जोर जोर से गाते संक्रांति हैं भाई संक्रांति हैं भाई
Happy Makar Sankranti

Makar sankranti shayari In Hindi 2022

तिल के पकवानों की मिठास
ज़िन्दगी में बहार पतंग की तरह
आकाश में बुलंदी पायें
और अपनी मेहनत की डोर से
उस बुलंदी को संभाला कर राखिय
हैप्पी मकरसंक्रांति

जो देखा समझा सुना ग़लत रहा मीज़ान
और निकट आ ज़िंदगी हो तेरी पहचान
मकर संक्रांति का हुआ आगमन
आओ मिलकर करें मकर संक्रांति का अभिनन्दन
Happy Makar Sankranti

रात गुज़ारी जिस तरह दुश्मन-घर मेहमान
होगी इक दिन घर मिरे फूलों की बरसात
मैं पगला इस आस में हँसता हूँ दिन रात
दिल में रह मकर संक्रांति की हर एक याद
Happy Makar Sankranti

में उम्मीद करता हु की आपको ये makarsankranti shayari और मकर संक्रांति की शुभकामनाएं अपर ये बाते जरूर पसंद आयी होगी.

Leave a Comment