दोस्तों आज में आपको फेसबुक सैड शायरी (Facebook sad shayari) के बारे में कहूँगा | में आशा करता हु की आपको ये Facebook sad shayari in hindi जरूर पसंद आएगी | अगर आपको ये Facebook sad shayari पसंद आए तो आप एक बार Facebook akelapan shayari इसे जरूर पढ़े |
Facebook sad shayari

बड़ी हसरत थी कि कोई हमें टूट कर चाहे,
लेकिन हम ही टूट गए किसी को चाहते चाहते।
ज़ख़्म दे कर ना पूछ तू मेरे दर्द की शिद्दत,
दर्द तो फिर दर्द है कम क्या ज्यादा क्या।

मेरी आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते,
पर वो तारा टूटता ही नहीं जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ।
कबूल करते हैं तुझे तेरे कदमों में गिरकर,
सजा ए मौत मंजूर है मगर अब कभी मोहब्बत नही करनी।
क्या बात है कि बड़े चुपचाप बैठे हो,
कोई बात दिल पे लगी है या दिल कही दिल लगा बैठे हो।
अब तो आदत सी बन गयी है हमारी,
तुम दर्द भी दोगे तो हम मुस्कुरायेंगे।
Facebook sad shayari in hindi
ना वो सपना देखो जो टूट जाये,
ना वो हाथ थामो जो छुट जाये।
सुनी थी हमने किस्सों में जुदाई की बातें,
जब खुद पे बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ।
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे,
इक शहर अब इनका भी होना चाहिए।
मुद्दतों बाद भी नहीं मिलते हम जैसे नायाब लोग,
तेरे हाथ क्या लग गए तुमने तो हमे आम समझ लिया।
Facebook sad shayari
चुप है किसी सब्र से तो पत्थर न समझ हमें,
मेरे दिल पे असर हुआ है तेरी हर बात का।
कहाँ मिलता है अब कोई समझने वाला,
जो भी मिलता है समझा के चला जाता है।

किसी को न पाने से जिंदगी खत्म नहीं होती लेकिन,
किसी को पाकर खो देने से कुछ बाकी भी नहीं रहता।
बुरा नहीं हूँ मैं,
अपनी कुछ कहानी हैं,
टूट चुका हूँ मैं,
अपनो की ही मेहरबानी हैं…
Hard Sad Shayari
दर्द सहते सहते,
लोग हँसना नहीं,
रोना भी छोड़ देते हैं..
मुस्कुराकर दर्द को सहना क्या सीख लिया,
सब ने समझा तकलीफ होती ही नहीं हैं मुझकों…
मैं शिकायत नहीं करूंगा कि
तू मुझसे बात कर,
बस वक़्त के साथ,
मैं भी बात करना छोड़ दूंगा…
Facebook sad shayari images
तुम चाहती हो की,
तुमसे बिछड़कर भी खुश रहू,
इसका मतलब रूह भी निकले,
पर जान भी न जाए..
मैं चाहता हूँ कि
एक ऐसा हादसा हो मेरे साथ,
जिसमें भूल जाऊ वो ज़िंदगी,
जो गुज़ारी हैं तेरे साथ..
अजीब हैं इस दुनिया के लोग मेरे खुदा,
जितना ही मोहब्बत करों,
उतना ही गिरा हुआ समझ लेते हैं…

आज परेशान हूँ तो,
कल आराम भी आएगा,
खुदा तो मेरा भी हैं,
आखिर कब तक मुझकों रुलाएगा।
फेसबुक सैड शायरी
ज़िंदगी में गुलाब के तरह खिलना हैं,
तो काटो से तालमेल बढ़ाना ही पड़ेगा..
ज़िंदगी होगी तो कल फिर फिक्र होगी तेरी,
अगर कल चल बसे तो अपना ख्याल जरूर रखना..
बेइम्तहाँ मोहब्बत हो गई हैं उनसे,
कैसे बताऊँ हम उन्हें,
तारीफ करूँ, शजदा करू या उन्हें सीने से लगाए हम…
Facebook sad shayari in hindi
कभी पीठ पीछे कोई बात चले
तो डरना मत,
क्योंकि बात तो उनकी ही होती हैं,
जिनमें कोई बात होती हैं..
बहुत सारी तस्वीर तो नही तुम्हारे साथ,
लेकिन हर ख्वाब में,
मैंने तुम्हें ही देखा हैं…
इंसान इन जगहों पर,
जरूर हार जाता हैं,
एक अपने प्यार से,
और दूसरा अपने परिवार से..
Hard Sad Shayari

किसी के आने और जाने से,
जीवन नही बदलता,
बस जीने का अंदाज़ बदल जाता हैं..
ज़िंदगी में ऐसा बनों,
की वक़्त के साथ तुम न बदलो,
बल्कि वक़्त के साथ मिलकर वक़्त को बदल दो…
जब दर्द खुद को ही सहना हैं,
फिर औरों को बताना क्या…
पत्थर की एक कमी हैं,
की वो पिघलता नहीं,
लेकिन उसकी एक खूबी हैं
जो कभी बदलता नहीं हैं..,
Facebook sad shayari
हम कहाँ औरों में अपनी खुशी तलाश करते हैं,
हम तुम्हें देखकर सारे दर्द नजर अंदाज करते हैं…
क्या मालूम था की
दिल यूँही बिखर जाएगा,
टूट जाएगा आईना,
और दिल बिखर जाएगा…
जब भी तुम्हारा हौसला,
आसमान की ऊँचाई तक पहुँच जाएगा,
कोई न कोई तुम्हारे पंख काटने
जरूर आएगा…
पहला प्यार हुआ तो ऐसे इंसान से हुआ,
जिसे भूलना बस में नहीं,
और पाना किस्मत में नहीं..
फेसबुक सैड शायरी
न कर ज़िद ए मेरे दिल,
अपनी हद में रह ए मेरे दिल,
वो बड़े लोग हैं,
अपनी मर्ज़ी से याद करते हैं…
थक चुका हूँ अपने आपकों साबित करते करते,
अच्छा हैं तुमनें पराया समझ लिया..
सच्चा प्यार केवल दो पल के लिए ही होता हैं,
पर जख्म सालों के लिए दे जाता हैं..
बुरा वक्त भी कमाल का हैं,
जी कहने वाले भी,
तू कहने लगते जाते हैं…
कौन हूँ मैं ऐ ज़िंदगी,
मुझे तू ये बता,
थक गया हूँ अपना,
पता ढूंढते ढूंढते…
Facebook sad shayari
कभी मिले फुरसत,
तो हमें जरूर बताना,
वो कौन सी मोहब्बत थी,
जिसे हम तुम्हे दे ना सके..
सजा तो बहुत मिली मुझें,
इस ज़िंदगी में,
पर कसूर क्या था मेरा,
ये ना बताया कभी मुझें..
तेरे बदलने का दुःख नहीं हैं मुझकों,
हम तो अपने यकीन पर शर्मिंदा हैं..
बहुत दर्द देती हैं उनकी यादें,
सो जाऊ तो जगा देती यादें,
और जग जाऊ तो रुला देती..
फेसबुक सैड शायरी
क्रोध भी क्या करू तुमसे,
आज भी हस्ते हुए अच्छी लगती हो…
पागलपन और बुद्धिमता के बीच का फ़र्क़,
कामयाबी से मापा जाता हैं..
बेशक बातें कम हो गई हैं,
पर फिक्र हर पल रहती हैं तेरी…
मोहब्बत में हम उन्हें हारे हैं,
जो कहते थे बस हम तुम्हारे हैं…
आँखे थक जाती हैं,
आसमान देखते देखते,
पर वो तारा नही टूटता,
जिसे देख तुझे मांग लूं..
Facebook sad shayari
तू तो मेरी जान थी,
पर क्यों तेरी यादें,
मेरी जान ले रहीं हैं…
युही रुलाया न कर ऐ मेरी ज़िंदगी,
जरूरी नहीं सबकी किस्मत में,
चुप कराने वाला मौजूद हो…
मेरी मोहब्बत को युही नीलम न कर,
गरीब हूँ खरीद नहीं पाऊंगा..
मुझे किसी के बदल जाने का,
कोई दुख नहीं,
बस कोई ऐसा था,
जिससे ऐसी उम्मीद न थी..
Hard Sad Shayari
कौन बोलता हैं की मैं चाहत नहीं किसी का,
मुसीबतों से पूछों की वो मुझें कितना चाहते हैं…
न जाने कैसी नजर लगी हैं इस जमाने की,
वज़ह ही नहीं मिल रहीं मुस्कुराने की…
यादों का क़ीमत वो क्या जाने,
जो खुद ही यादों को मिटाकर बैठे हैं,
यादों की कीमत तो उनसे पूछो,
जो यादों के सहारे ज़िंदगी बिता दिया करते हैं…
इस छोटी सी ज़िंदगी ने,
बड़ा सबक सिखाया,
रिश्ता सबने रखा,
लेकिन उम्मीद किसी ने न निभाया..
Facebook sad shayari
जिसे हद से ज्यादा प्यार किया था मैंने,
जिसे अपनी ज़िंदगी का हिस्सा समझा लिया था मैंने,
उसने छोड़ दिया साथ ही मेरा
जिसे सबसे ज्यादा भरोसा किया था मैंने..
तेरी नफरत में वो दम कहा,
जो मेरी चाहत को कम करदे..
कौन कहता हैं कि,
दिल को सिर्फ लफ़्ज़ों से तोड़ा जाता हैं,
तेरी खामोशी भी कभी कभी,
आँखे नम कर देती हैं..
सबकुछ समझ जाता हूँ,
मैं चुप रहकर भी,
सिर्फ तेरी खुशि के लिए,
नादान बना फिरता हूँ..
फेसबुक सैड शायरी
डिग्री कूड़े के भाव बिक जाती हैं,
जब ज़िंदगी इम्तिहान लेना शुरू करती हैं..
है परेशानियाँ यू तो इस जीवन में बहुत,
लेकिन कम्बख्त तेरी मोहब्बत से ज्यादा,
किसी ने परेशान नहीं किया..
हम तो आए ही हैं बर्बाद होने के लिए,
तुम तो सिर्फ एक बहाना हो..
मेरे हालातों को देखकर ही सही,
मगर आप हमेशा हस्ते रहा कीजिए..
दर्द की शाम हो या दुख भरा सवेरा हो,
सबकुछ कबूल हैं मुझें अगर जीवनभर साथ तेरा हो..
जिंदगी ने मुझे तोड़ा होता,
तो मैं फिर उठ खड़ा होता,
लेकिन इस जिंदगी ने मेरे हौसले ही तोड़ दिए,
अब उठना मेरे लिए न मुमकिन सा हैं।
Facebook sad shayari
जो मुझें चाहिए वो मुझें न दे सके
इससे मुझें कोई गम नहीं हैं,
जो उसे चाहिए वो मैं दु,
ये क्या कम हैं..
सारे जमाने में बट गया वक़्त उसका,
मेरे हिस्से में तो केवल उसके बहाने ही आए..
अब थोड़ा भी फ़र्क़ नहीं पड़ता आपकी बेरुखी से,
अब तो दिल को आदत सी हो गई हैं,
खामोश रहने की..
आप साल बदलते जरूरी देखें हैं,
मैंने सालों भर लोगों को बदलते देखा हैं..
एक ही इंसान पर लूटा दे,
जो जिंदगी अपनी,
ऐसे लोग अब किताबों में ही मिला करते हैं..
यकींन मानो लाख कोशिश कर चुका हूँ मैं,
न ही धड़कने रुकती हैं और न तेरी यादें
जिनको देख कर आँखों में आसूं आ जाते है,
बस वहीं कुछ लोग ज़िन्दगी वीरान कर जाते है।
Hard Sad Shayari
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे,
उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ।
जिस दिन रुठुंगा तुझसे तो इस कदर रुठुंगा की.
तुम्हारी आँखे मेरी एक झलक को तरस जाएँगी।
जिन्हें अपना भी नहीं सकता मगर इतना क्या कम है,
कुछ मुद्दतें ही सही खवाबो मैं खो कर जी लिया हमने।
तुमने हमे समझा ही नहीं और ना समझना चाहा,
सोचो कि हम चाहते ही क्या थे तुमसे तुम्हारे सिवा।
सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे,
खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया।
मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ,
कौन कहता है कि दर्द बिकता नहीं है।
Facebook sad shayari
आज डूबा है मेरा बदन मेरे ही खून से,
ये कांच के टुकड़ों पे मेरे भरोसे की सजा है।
मेरी हर शायरी दिल के दर्द को करती है बयां,
कही तुम्हारी आँख न भर आये इसे पढ़ते पढ़ते।
खामोशियाँ बयां कर दें तो अलग बात है,
कुछ दर्द है जो लफ़्ज़ों से निकले नहीं जाते।
बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मे अपने,
फिर इश्क हुआ और हम लावारिस हो गए।
हमने कब कहा कि मोहब्बत नहीं मिली हमको,
मोहब्बत तो मिली मगर तुम से ना मिली हमको।
तो दोस्तों में उम्मीद करता हु की आपको ये फेसबुक सैड शायरी (Facebook sad shayari) जरूर पसंद आयी होगी |