आज में आपको holi par shayari और उसीके साथ साथ holi shayari photo के बारे में बताऊंगा. में आशा करता हु की आपको ये holi par shayari जरूर पसंद आएगी. अगर आपको ये holi par shayari पसंद आए तो आप एक बार ये makarsankranti shayari भी पढ़े.
holi par shayari
पिचकारी की धार, गुलाल की बौछार,
अपनों का प्यार, यही है यारों होली का त्यौहार
“दूरियाँ दिल की मिटें, हर कहीं अनुराग हो
न द्वेष हो, न राग हो, ऐसा यहाँ पर फाग हो
इश्क की होलिया खेलनी छोड़ दी है हमने
वरना हर चेहरे पे रंग सिर्फ हमारा होता
होली में वो लड़किया भी अपने अंदर की होलिका जलाले
जो दशहरा में
लड़को से अपने अंदर का रावण जलाने को कह रही थी
सुना हैं होली आ रही हैं, गोपियों हमसे जरा संभल के रहना
क्युकी हम गालों पे रंग लगाकर दिल का रंग चुरा लेते हैं
holi shayari photo

इन रंगो से भी सुन्दर हो ज़िन्दगी आपकी
हमेशा महकती रहे यही दुआ हैं हमारी
कभी न बिगड़ पाए ये रिश्तो के प्यार की होली
ए-मेरे यार आप सबको मुबारक हो ये होली
कुछ रंग बिखरे हैं अल्फाज़ो में
कुछ रंग उड़ रहे एहसासो में
हर रंग आज छू कर तुम्हे
घुल के समां रहे हैं मेरी सांसों में

सपनो की दुनिया और अपनों का प्यार
गालों पे गुलाल और पानी की बौछार
सुख समृद्धि और सफलता का हार
मुबारक हो आपको रंगो का त्यौहार

हमेशा मीठी रहे आपकी बोली
खुशियों से भर जाये आपकी झोली
आप सबको मेरी तरफ से हैप्पी होली
holi par shayari

गलियों में निकलो बना के टोली
हर लड़की की भीगा दो चोली
जो मुस्कुराये उसे बाहों में भर लो
वरना रंग लगाओ और कह दो हैप्पी होली
होली के खूबसूरत रंगों की तरह
आपको और आपके पुरे परिवार को
हमारी तरफ से बहुत-बहुत
रंगों भरी, उमंगो भरी शुभकामनाये
दारु की खुशबू, बियर की मिठास
गांजे की रोटी, चरस का साग
भांग के पकोड़े और विल्स का प्यार
लो आ गया फिर नशेड़ियों का त्यौहार
खुदा करे की इस बार होली ऎसी आए
बिछडा हुवा मेरा प्यार मुझे मिल जाए
मेरी दुनिया तो रंगीन है सिर्फ उस से
काश वो आए और चुपके से गुलाल लगा जाए
Happy Holi Shayari
बाहों में भरकर पूछा था उन्होंने की,
कौन सा रंग लगाऊ तुम्हे,
मैंने भी कह दिया की,
मुझे सिर्फ तुम्हारे होठों का रंग पसंद है
शेर कभी छुपकर शिकार नहीं करते.
बुज़दिल कभी खुलकर वार नही करते
और हम वो है जो हैप्पी होली कहने के लिए
होली का इंतजार नहीं करते
जीवन के हर रंग दोस्तों से है,
कोई लाल, कोई नीला, कोई हरा, कोई पीला
पर जब भी आपको देखते है
दिल बस यही पूछता है
यह नया रंग कोनसा है
खाना पीना रंग उड़ाना
इस रंग की धुंध में हमें ना भुलाना
गीत गाओ खुशियां मनाओ बोलो मीठी बोली
हमारी तरफ से आपके पूरे परिवार को हैप्पी होली

मथुरा की खुशबू ,गोकुल का हार,
वृन्दाबन की सुगंध ,बरसाने की फुहार
राधा की उम्मीद ,कान्हा का प्यार
मुबारक हो आपको होली का त्यौहार
गुलाल पर शायरी
तुम भी झूमो मस्ती में हम भी झूमे मस्ती में
शोर है आज बस्ती में झूम रहे है सब मस्ती में
खूब मनाओ होली हर घर हर बस्ती में
खा के गुजिया, पी के भंग
लगा के थोड़ा थोड़ा सा रंग
बजा के ढोलक और मृदंग
आओ खेले होली हम एक – दूजे संग
होली मुबारक
रंगो की बौछार नहीं, नज़रो की इनायत ही काफी है
तुम सामने होते हो तो चेहरा यूँ ही गुलाल हो जाता है
हैप्पी होली
उड़े रंग खिले दिल और मोहब्बत रहें बरक़रार
खुशियाँ दे इस वर्ष आपको यह होली का त्यौहार
आप सभी को मेरी तरफ से होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाये
वो किस्से पुराने है, वो बातें पुराणी है
वो बचपन की खुशियों की बात निराली है
वो रंगो से खेलना, वो पानी से भिगोना
वो दोस्तों के साथ होली मनाने की याद निराली है
holi par shayari
नटखट सा त्यौहार है होली का यारो
चरित्र को अपने ज़रा सा सम्भालो
रंग लगाओ मोहब्बत का उसको
टूटने से तुम गुल गुलाब बचाओ
आज रंग डालते वक़्त मत करना हाँ या ना,
तू मेरी राधा बन जा मेँ बन जाऊ तेरा कान्हा
फागुन का लुफ्त चलो हम भी उठाते है,
महबूब को इस बहाने लगा गुलाल आते है
रंग का त्यौहार है होली, ख़ुशी ख़ुशी मना लेना,
हम थोड़ी दूर है आपसे, थोड़ी गुलाल मेरी तरफ से भी लगा लेना
बात हो जाए तो बात बन जाए
बात चढ़ जाए तो कोई क्या करे
रंग लग जाए तो छूट भी जाए
रंग चढ़ जाए तो कोई क्या करे
होली पर कविता शायरी
ना रंग रहे पहले जैसे, ना चेहरा उन के जैसा है
कैसे खेले हम होली, उनके संग का एक वादा है
करीब आओ दूरियां को थोड़ा कम करो
मुट्ठी भर गुलाल तुम अपने हाथों से मेरे बालों में भरो,
में भी तुम्हारे सुर्ख गालों को प्यार से चुम लूँ
तुम भी मुझे अपने दुप्पटे में छुपा के बाहों में भरो
अपने चेहरे का रंग तो जैसे तैसे निकल लोगे सनम
पर जो चढ़ा है, हम पर तुम्हारे मोहब्बत का रंग उसे कैसे निकल पाओगे
ये पिचकारी ये गुलाल कुछ याद दिला रही है
इस होली उसकी याद कुछ ज्यादा सता रही है
मेरे हाथों में गुलाल देकर वो अपने गालो से छुपा लिया करती थी,
वो थी तो होली हंसाया करती थी, उसके बिना ये होली रुला है
holi par shayari
रंगो की आड़ में मुझे इश्क़ तुम लगाने तो दो
मोहब्बत की हसरते तुम्हे बताने तो दो
जिस दौर में भटक रही है दस्तूर ऐ मोहब्बत दरबदर,
उस दौर में सिर्फ तुमसे दिल लगाने तो दो
सुनो
कोई और रंग अबके ख़रीदा तो नहीं है
पिछली दफे जो रंग के गए थे,
इश्क़ का वो रंग अब तक उतरा ही नहीं है
जिंदगी के सफर में बस इतना साथ देना,
हर होली में मेरे गालों पे पहला गुलाल तुम लगाना
होली के रंगो से बचने की जरुरत नहीं
बस रंग बदलने वालों से बचकर रहना
सारे शिकवे गिले भूल जायेंगे हम
इस तरह आज होली मनाएंगे हम
प्यार के रंग में बस नहायेंगे
इस तरह आज होली मनाएंगे हम
गुलाल पर शायरी
दिल में उठा तूफान भेजा है
आपसे ना मिल पाने का मलाल भेजा है
वक़्त मिले तो तोड़ा सा याद करना
आपके इस दोस्त ने होली का राम राम भेजा है
निकल पड़ी मदमस्त ये टोली
सबकी जुबान पे एक ही बोली
फिर सजेगी रंगों की महफ़िल
प्यार की धारा बनेगी होली
बसंत ऋतु की बहार, चली पिचकारी, उड़ा गुलाल;
रंग बरसे नीला, हरा, पीला और लाल
मुबारक हो आपको होली का यह त्यौहार
holi par shayari
यूं तो रंग लगाता है हर कोई मेरे गालों पर
मज़ा तो उसके हाथों के रंग में है
और आसां है रंग लगाना उसके गालों पर मुझे रंगना तो उसके रंग में है
होली आई सतरंगी रंगो की बौछार लाई
ढेर सारी मिठाई और मीठा मीठा प्यार लाई
आप की ज़िंदगी हो मीठे प्यार और खुशियों से भारी
जिसमे समाए सातों रंग यही शुभकामना है हमारी
आपने दिल का हाल बताना छोड़ दिया,
हमने भी गहराई में जाना छोड़ दिया.
होली से पहले ही आपने नहाना छोड़ दिया?
चढ़ेंगे जब प्यारे रंग
एक मेरी दोस्ती का रंग भी चढ़ाना
लगने लगेंगे तुम्हे सुहाने सरे रंग
और मेरी दोस्ती का रंग चमकेगा हरदम तुम्हारे संग
में आशा करता हु की आपको ये holi par shayari और holi shayari photo जरूर पसंद आया होगा.