दोस्तों आज में आपको Rashtriya ekta par nibandh (Essay on national Unity in Hindi) के बारे में बताने जा रहा हु. राष्ट्रीय एकता सिर्फ हमारे भारत देश के लिए ही नहीं बल्कि ये सभी देखो के लिए एक जरूरी बात होती है. आज इसी मुद्दे को ध्यान में रखके में आपको राष्ट्रीय एकता पर निबंध (Essay on national Unity in Hindi) के बारे कहूँगा.
तो में आशा करता हु की आपको यह Rashtriya ekta par nibandh जरूर पसंद आएगा. अगर आपको यह Essay on national Unity in Hindi पसंद आए तो आप एक बार यह मेरा भारत महान पर निबंध भी पढ़े.
Rashtriya ekta par nibandh

भारत देश एक ऐसा देश है जहां पर अलग अलग संस्कृति निवास करती है और यहां पर अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं जिनकी संस्कृति और जीवन शैली अलग-अलग है
भारत में बहुत सारे ऐसे लोग रहते हैं जिनकी जीवन शैली अलग-अलग प्रकार की है और वह दूसरों की जीवन शैली का विरोध करते हैं इसलिए यह आवश्यक हो जाता है कि हम अपने जीवन में राष्ट्र की एकता के अर्थ को समझे और लोगों को जागरूक करें
राष्ट्र की एकता होना बहुत आवश्यक है हमारे देश में विभिन्न प्रकार के लोग अलग-अलग जाति धर्म समुदाय और नस्ल के लोग रहते हैं जो अलग-अलग समुदाय और संस्कृति के समूह से संबंध रखते हैं
अलग-अलग जाति धर्म के लोग होने के बाद भी हमारे देश में सभी धर्मों में एकता है और सभी यहां पर साथ निवास करते हैं फिर भी जाति धर्म को लेकर अभी भी भेदभाव हैं
हमारे देश में आज मिश्रित संस्कृति देखने को मिलती है वैसे तो देखा जाता है कि भारत में अलग-अलग धर्मों के लोग निवास करते हैं जो आपस में मिल जुल कर रहते हैं लेकिन ऐसा देखा जाता है कि हमारे देश में आज भी राजनीतिक एकता नहीं है और इनमें भेदभाव होता रहता है
राष्ट्रीय एकता का अर्थ – मिलजुल कर साथ में रहना राष्ट्रीय एकता का प्रथम अर्थ है यहां एक मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसे राष्ट्रीय एकता के नाम से जाना जाता है इसमें भावना और प्रतिक्रिया शामिल होती है
किसी भी राष्ट्र के लोगों में भाईचारा और अपने देश के प्रति प्रेम की भावना उस देश से अपनापन प्रदर्शित करती है और हमें साथ साथ मिल जुलकर रहना सिखाती है जो राष्ट्र की एकता का प्रतीक है
राष्ट्र में एकता के महत्व का पता मनुष्य को तब चलता है जब वह आदिम अवस्था में होता है राष्ट्रीय एकता से मतलब यह है कि विभिन्न प्रकार के समुदाय जाति वर्ग के लोग एक साथ मिलकर रहे और उनमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव ना हो
सभी अलग-अलग समुदाय के लोगों के विचारों का मिलना और विभिन्न परिस्थितियों में भी आपसी प्रेम की भावना भाईचारे की भावना कब बना रहना और अपने राष्ट्र के प्रति हमेशा ही देश प्रेम की भावना से जुड़े रहना तथा मानसिक और बौद्धिक और भावनात्मक रूप राष्ट्रीय एकता को दर्शाता है
भारत में अलगाव के कारण
भारत में अलगाव के कारण– भारत में देखा जाता है कि भारतीय लोगों के बीच में अलगाव की एक स्थिति देखने को मिलती है जो राष्ट्र की एकता को भंग करता है और राष्ट्र की एकता पर बुरा प्रभाव पड़ता है
जैसे ही देखा जाता है कि 1947 में भारत-पाकिस्तान का बंटवारा अलगवाद के कारण ही हुआ था इसके बाद भी अन्य छोटे छोटे बहुत सारे देशों में भारत देश को बांटा गया हिंदू मुस्लिम के बीच दंगे हुए औराई क्षेत्र की बाधा का सामना करना पड़ा
भाषा की एक गंभीर समस्या थी सामाजिक स्थिति की बाधा हमें बहुत अधिक पीछे ले जा रही है हमें विविधता में एकता लाने के लिए भारत सरकार के द्वारा बहुत सारी निंदिया चलाई जा रही है जिस से लगातार कुछ सुधार हो रहे हैं
भावनात्मक एकता
भावनात्मक एकता – राष्ट्र की एकता का होना बहुत आवश्यक है जिसके लिए लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ना बहुत आवश्यक है यदि प्रत्येक व्यक्ति एक दूसरे से भावनात्मक रूप से नहीं जुड़ता है तो यह राष्ट्र की एकता के लिए अच्छा नहीं है
भारत सरकार भावनात्मक एकता बनाने के लिए कई सारे प्रयास प्रतिदिन कर रही है और संविधान में भी धर्म को लेकर कई सारे कानून बनाए गए हैं जिसमें धर्मनिरपेक्ष समाजवाद जैसी कई सारी विचारधारा सम्मिलित है इस प्रकार देश में भावनात्मक एकता होना आवश्यक है
राष्ट्रीय एकता क्यों आवश्यक है
राष्ट्रीय एकता क्यों आवश्यक है- हमारे देश में अलग-अलग जाति धर्म और समुदाय के लोग निवास करते हैं जिनका पहनावा वेशभूषा और रहन-सहन का तरीका सब कुछ अलग है जो एक दूसरे के धर्म को प्रभावित करते हैं इसलिए यह आवश्यक है कि राष्ट्र की एकता को बनाए रखें
यही कारण है कि भारत में विविधता में एकता के वास्तविक अर्थ को समझाना चाहिए हमारे देश में अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं लेकिन आपस में भाईचारा बना हुआ है लेकिन कई सारे ऐसे असामाजिक तत्व है जो इस एकता को खंडित करते हैं और जातिवाद धर्म वाद भेदभाव को बढ़ावा देते हैं और राष्ट्र की एकता को भंग करते हैं इन्हें रोकने के लिए राष्ट्रीय एकता होना आवश्यक है
भारत देश दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है भारत देश में लगभग 1652 भाषाएं बोली जाती है और यहां पर लगभग सभी धर्म के लोग निवास करते हैं सभी लोगों में मतभेदों के बावजूद भी एक साथ रहते हैं और बिना किसी राजनीतिक और सामाजिक विरोध के बिना शांति के साथ में निवास करते हैं
राजनीतिक एकता
राजनीतिक एकता – हमारे देश में देखा जाता है कि कई सारे धर्मों के लोग निवास करते हैं फिर भी सभी लोगों में भाईचारा और एकता है लेकिन यह देखा जाता है कि हमारे देश में राजनीतिक एकता में भेदभाव है जिसे दूर कर पाना संभव नहीं है
हमारे देश में राजनीति के स्तर में बहुत सारे भेदभाव देखने को मिलती है राजनीतिक भेदभाव होने के कारण ही अंग्रेजो ने हमारे देश पर इतने सालों तक राज किया और फूट डालो शासन करो की नीति पर चले
भारत में केवल एक बार राजनीतिक एकता दिखाई दी थी जब 1947 में हमारा देश आजाद हुआ था राजनीतिक एकता के कारण अंग्रेज भारत छोड़ने पर मजबूर हो गए थे यहां पर कई प्रकार की राजनीति नीति अपनाई गई थी जिसमें कई सारे क्रांतिकारियों ने भाग लिए
भारत में भेदभाव के कारण
देश और राष्ट्र दोनों अलग-अलग है देश का संबंध देश से जुड़ी अन्य देशों की सीमाओं से होता है क्योंकि हमारा देश एक निश्चित सीमा से घिरा हुआ है
राष्ट्र का संबंध राष्ट्र की भावनाओं से होता है जो लोगों में होती है एक राष्ट्र के निर्माण के लिए देश के लोगों की भावनाओं का एक साथ होना आवश्यक है यदि किसी देश के निवासियों की विचारधारा एक होती है तो यहां राष्ट्र निर्माण के काम आती है
निष्कर्ष
भारत देश को विविधता में एकता के रूप में जाना जाता है क्योंकि यहां पर कई प्रकार के समुदाय के लोग जो अलग-अलग जाति और धर्म से संबंध रखते हैं निवास करते हैं फिर भी यहां पर एक साथ रहते हैं जिनमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है
लेकिन यहां देखा जाता है कि हमारे देश में बहुत सारे असामाजिक तत्व है जो कि कई सारे ऐसे भी असामाजिक तत्व है जो राजनीति से संबंधित है और अपनी राजनीति के कारण लोगों का अच्छा बुरा नहीं देखते और राष्ट्र की एकता को भंग करते हैं.
तो दोस्तों में आशा करता हु की आपको ये Rashtriya ekta par nibandh (Essay on national Unity in Hindi) जरूर पसंद आया होगा.