Monkey Essay in Hindi | बंदर पर निबंध

आज में आपको बंदर पर निबंध (Monkey Essay in Hindi) के बारे में बताना चाहता हु. में उम्मीद करता हु की आपको ये Monkey Essay in Hindi जरूर पसंद आएगा. अगर आपको ये Monkey Essay in Hindi पसंद आए तो आप एक बार इसे Cat essay in Hindi को भी पढ़े.

बंदर पर निबंध(Monkey Essay in Hindi)

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बंदर एक अनोखा और चंचल प्राणी है। बंदर एक शरारती और बहुत बुद्धिमान जानवर है। इनमें मनुष्यों की तरह भावनाएं पायी जाती हैं। इसीलिए ये नकल करने की कला में बहुत माहिर होते हैं।

बंदर दुनिया भर में लगभग हर जगह पाए जाते है। बंदर कई प्रकार के पाए जाते है। लाल मुँहवाले बंदर छोटे होते हैं। काले मुँह और लंबी पूँछ वाले बंदर को लंगूर कहते हैं। बंदर के अगले पैर उसके हाथों का भी काम करते हैं। बंदर के कुल 32 दांत होते है। दुनिया भर में बंदर के लगभग 260 जीवित प्रजातियाँ है। रिपोर्ट के अनुसार बंदरों और मनुष्यों का 95 प्रतिशत DNA आपस में मिलता है। बंदर का अपना परिवार भी होता है और यह झुंड में रहना पसंद करते हैं और इनके झुंड का एक मुखिया भी होता है।

यह जंगल में रहते है। इन्हें एक पेड़ से दुसरे पेड़ कूदना पसंद है। बंदर पेड़ पर रहता है। वह फल खाता है। बंदर के आहार में अखरोट, बेरी और फल शामिल हैं बंदर का पसंदीदा फल केले है। बंदर को केला खाना बहुत पसंद है। मौका पाकर वह घरों से खाने-पीने की चीजें उठा ले जाता है। बंदर का छोटा बच्चा अपनी माँ के पेट से चिपका रहता है। मादा बंदर को बंदरिया कहते है। बंदर खूब उछल-कूद करता है। मदारी बंदर को नचाता है। बच्चे बंदर का खेल देखकर बहुत खुश होते हैं। बंदर काटता भी है।

बंदरो की नक़ल करने की आदत

बंदर बहुत जिज्ञासु होते हैं। यह उन्हें कुछ भी नया या अजीब करने के लिए आकर्षित करता है। इस प्रकार वे आसानी से पिंजरों में फंस जाते हैं। वह नक़ल करते है और लोगो को उकसाते हैं। इसके अलावा, वे अपनी नकल करने के लिए विख्यात हैं। बंदर स्वभाव से शरारती होते है

बंदरो का शरीरिक गठन

बंदर अपने दो पंजो का उपयोग हाथ के रूप में करता है। बंदर की बड़ी और लम्बी पूँछ होती है। बंदर जब झुण्ड में रहते है, तो एक दूसरे से वार्तालाप करने के लिए इशारो का इस्तेमाल करते है।
बंदर हमेशा झुण्ड में रहना सुरक्षित महसूस करते है। झुण्ड का मुखिया भी होता है। बंदरो को पानी में रहना बिलकुल गवारा नहीं होता है। बंदरो में मनुष्य की तरह कई आदतें पायी जाती है। जैसे वह केले का छिलका निकालकर खुद खा सकते है।

बंदरो से मनुष्य का विकास हुआ है। मनुष्य का डीएनए बंदरो से मेल खाता है। बंदरो को बहुत कुछ सिखाया जा सकता है। उन्हें जैसा सिखाया जाता है, वह वैसे ही नक़ल करते है। बंदर काफी बुद्धिमान होते है और इसलिए उन्हें आसानी से प्रशिक्षण दिया जा सकता है।

मनुष्य बंदरो के इसी स्वाभाव का दुरुपयोग करते है। अपने मनोरंजन के लिए बंदरो को बंदी बनाकर उनसे तरह तरह के करतब करवाते है। अक्सर करतब करने वाले बंदरो को मनुष्यो के दुर्व्यवहार से पीड़ित होना पड़ता है और वह लाचारी के साथ सब बर्दास्त करते है।

चालाक जीव

बंदर बहुत ही चतुर होते है और हर काम को अच्छे से करते है। मदारी उन्हें जो भी कुछ सीखाते है, वह तुरंत सीख जाते है। बंदर लोगो के सामने अच्छा प्रदर्शन करते है, जिसके लिए उन्हें पैसे मिलते है। बंदर लोगो को मनोरंजन प्रदान करते है।

कुछ बंदर कभी कभी इतने बेकाबू हो जाते है कि वह मनुष्य पर हमला कर देते है। वह हमला करके मनुष्य की चमड़ी उधेर देते है। बंदरो का पंजा बहुत मज़बूत और खतरनाक होता है। वह जिस वस्तु को पाना चाहते है, उसे हासिल कर लेते है।

बंदरो पर पत्त्थर नहीं फेंकने चाहिए वरना वह हिंसात्मक रूप धारण कर लेते है। वह हमेशा स्वतंत्र होकर जीना पसंद करते है।

प्रयोग

अंतरिक्ष में भेजा गया पहला बंदर जिसका नाम अल्बर्ट था। एक बंदर लगभग 15 से 35 साल तक जीवित रहते है। बंदर एक चार पैरों वाला जानवर है जो अपने आगे के दो पँजो का प्रयोग हाथ की तरह करता है। बंदरो की एक लंबी पुँछ होती है। बंदर एक दुसरे से बात करने के लिए इशारों का प्रयोग करते हैं। एक समय के बाद बंदर की आँखे मनुष्य की तरह कमजोर हो जाती है। मनुष्य की तरह हर बंदर का भी अपना फिंगरप्रिंट होता है। यह अच्छे तैराक होता है लेकिन इन्हें पानी में रहना पसंद नहीं होता है। बंदर एकमात्र ऐसे जीव है जो केले को छिलका उतार कर खाते हैं। हर साल 14 दिसंबर को ‘विश्व बंदर दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

निष्कर्ष

बंदर या फिर कोई और जानवर जैसे हम इंसानों की परवाह करते है वैसे जानवरों की भी करनी चाहिए. में उम्मीद करता हु की आपको ये Monkey Essay in Hindi जरूर पसंद आया होगा.

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