आज में आपको Cricket par nibandh के बारे में कहने जा रहा हु. वैसे तो क्रिकेट के बारे में कोन नहीं जानता है. ये हम भारतीयों का सबसे प्रिय खेल है. और इसी क्रिकेट पर आज हम थोड़ी बहोत बाते करेंगे. में आशा करता हु की आपको ये Cricket par nibandh जरूर पसंद आएगा.
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क्रिकेट पर निबंध (Cricket par nibandh)

क्रिकेट का परिचय
खेलों का जीवन में एक विशिष्ट स्थान होता है। जिस तरह से खाना-पीना और पहनना जीवन के लिए अनिवार्य होता है उसी तरह से जीवन को सुखमय बनाने के लिए खेलना जरूरी होता है। खेल अनेक प्रकार के खेले जाते हैं। आज खुले मैदान के बहुत से खेल खेले जाते हैं जैसे- हॉकी, फुटबॉल, घुड़दौड़, दौड़, पोलो, कबड्डी आदि बहुत से खेल पूरी दुनिया के लोकप्रिय खेल हैं। इस समय संसार में कई खेल हैं जो अपनी-अपनी रूचि के अनुकूल खेले जाते हैं। लेकिन कुछ खेल ऐसे भी होते हैं जो सबकी रूचि के अनुकूल बन जाते हैं। जिन खेलों को देखने और खेलने में सबकी रूचि होती है वे संसार के लोकप्रिय खेल बन जाते हैं। ऐसे खेलों में से क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण स्थान है। आज के समय में क्रिकेट एक विश्व प्रिय खेल बन चुका है। क्रिकेट की लोकप्रियता इतनी अधिक है कि इस खेल को देखने के लिए दर्शकों की जितनी भीड़ को स्टेडियम में देखा जाता है अन्य खेलों में इतनी भीड़ नहीं होती है। गली-मोहल्लों में भी छोटे बच्चों को क्रिकेट खेलते हुए देखा जा सकता है।
क्रिकेट का इतिहास
क्रिकेट की पहली शुरुआत सन् 1478 ई. में फ़्रांस में हुई थी। उस समय में इस खेल का रूप आज के खेल से बिलकुल अलग था। क्रिकेट के खेल को पतली छड़ी से मारकर खेला जाता था। भारत में भी यह खेल किसी अन्य रूप में प्रचलित था। विशेषज्ञों के अनुसार क्रिकेट का आरम्भ लगभग 600 साल पहले इंग्लेंड में हुआ था। क्रिकेट की जन्म भूमि इंग्लेंड को माना जाता है। यह माना जाता है कि इंग्लेंड के माध्यम से यह खेल अन्य देशों में भी फैला था। भारत देश में इस खेल का आरंभ ईस्ट इण्डिया कम्पनी के माध्यम से हुआ है। क्रिकेट को सबसे पहली बार विधिवत रूप से सन् 1848 में बम्बई के ओरियन्टल क्लब में हुआ था।
सबसे पहले सन् 1850 में गिलफोर्ड स्कूल में हॉकी को नियम अनुसार खेला गया था। इसके बाद ब्लैककॉमन नामक स्थान पर क्रिकेट का पहला टेस्ट मैच खेला गया। महाराजा पटियाला जी के नेतृत्व में एक भारतीय टीम पहली बार सन् 1911 में इंग्लेड गयी थी। तभी से भारतीय टीम बहुत बार विदेश जाती आ रही हैं और विदेशी टीमें भारत आती रही हैं। सन् 1926 के करीब यह खेल अनेक देशों में फैल चुका था। सन् 1927 में भारत में राजगुरु क्रिकेट टूर्नामेंट का आरंभ हुआ और सन् 1928 में भारत की टीम इंग्लैण्ड गई थी।
क्रिकेट के बारे में जानकारी हिंदी में
क्रिकेट एक महंगा खेल होता है। इस खेल के लिए बहुत ही महंगी सामग्री लेनी पडती है। क्रिकेट का मैदान बहुत अधिक विशाल होता है जिसमें पिच का बहुत अधिक महत्व होता है। दोनों तरफ गड़े हुए स्टम्पों के बीच की जगह को पिच कहते हैं। स्टम्पों के बीच की दूरी 22 गज होती है। पिच के दोनों ओर लकड़ी के तीन-तीन स्टम्प गाड़े जाते हैं। ये स्टम्प जमीन से 28 इंच ऊँचे होते हैं। स्टम्पों के उपर लकड़ियों के बिच में बेल्स रखे जाते हैं। क्रिकेट में बल्ला एक महत्वपूर्ण और प्रमुख साधन होता है। बल्ले से ही गेंद खेली जाती है। बल्ले की लम्बाई 38 इंच होती है।
क्रिकेट के खेल में गेंद दूसरा और महत्वपूर्ण साधन है। क्रिकेट की गेंद बहुत ही ठोस और कठोर होती है। ठोस गेंद से बचने के लिए हाथों में गद्देदार दस्ताने और पैरों में आगे की तरफ पैड बांधे जाते हैं। क्रिकेट खेल खेलने वाले खिलाडियों के जूते सफेद तथा केनवास के होते हैं जिनका तल्ला चमड़े का होता है जिससे पैर फिसल न सकें। क्रिकेट के खिलाडी प्राय: सफेद कमीज और सफेद पेंट पहनते हैं।
क्रिकेट खेल के खिलाड़ी
क्रिकेट खेल के खिलाडियों के दो दल होते हैं। खेल को खिलाने के लिए दो निर्णायक होते हैं जिन्हें अप्मायर कहते हैं। प्रत्येक दल का एक-एक मुखिया स्किपर अथवा कप्तान होता है जिसके नेतृत्व में उसकी टीम खेल खेलती है। हर दल में ग्यारह-ग्यारह खिलाडी होते हैं। हर दल में एक अथवा दो अतिरिक्त खिलाडी भी रखे जाते हैं। क्रिकेट का खेल एक लंबी अवधि तक खेला जाता है। टेस्ट मैच प्राय: 5 दिन का होता है। अन्य साधारण मैच तीन-चार दिन के होते हैं। कभी-कभी एक दिन का मैच भी खेला जाता है।
क्रिकेट खेल के मुख्य नियम
- प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ियों का होना आवश्यक होता है।
- खेल को खुले और सूखे मैदान में खेला जाना चाहिए, जिसका व्यास 130–150 मी॰ का होता है।
- मैदान के बीचो बीच खेलने के लिए पिच होती है जिसके दोनों छोर पर तीन विकेट लगाए जाते है, दोनों ओर के विकेटों के मध्य की दूरी 22 गज होती है।
- गेंद का वजन साढ़े पांच ओंस होता है।
- बल्ले की चौड़ाई 4।25 इंच होती है और लंबाई 38 इंच होती है।
- इसके दोनों ओर 3 स्टंप लगाए जाते है प्रत्येक स्टंप की चौड़ाई 1 इंच होती है।
- एक ओवर में 6 गेंदे ही फेकी जा सकती है लेकिन अगर गेंद बाउंस और वाइड चली जाती है तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को 1 रन मिल जाता है और एक अतिरिक्त गेंद खेलने का मौका मिलता है।
- एक अंतरराष्ट्रीय मैच में दो निर्णायक मैदान में होते हैं और एक निर्णायक मैदान के बाहर होता है इनका निर्णय अंतिम निर्णय होता है।
- खेल खेलते समय एक अंपायर जहां से गेंदबाजों होती है उस विकेट के पास खड़ा होता है और दूसरा अंपायर वहां पर खड़ा होता है जहां से बल्लेबाजी होती हैं प्रत्येक ओवर के बाद दोनों अपना स्थान परिवर्तित करते रहते हैं
- कैच – यदि बल्लेबाज गेंद को बल्ले से मारता है और वह गेंद फील्डिंग करने वाले टीम के सदस्य द्वारा हवा में पकड़ ली जाती है तो उसे कैच कहते है इससे बल्लेबाज आउट माना जाता है।
- रन आउट – जब बल्लेबाज अपनी क्रीज़ में नहीं होता तो गेंदबाजी करने वाली टीम द्वारा अगर स्टंप पर गेंद मार दी जाती है तो बल्लेबाज रन आउट माना जाता है।
- टाइम आउट – किसी बल्लेबाज के आउट हो जाने पर अगर दूसरा बल्लेबाज 2 मिनट के अंदर मैदान में नहीं आता है तो टाइम आउट दे दिया जाता है।
- बोल्ड – यदि गेंदबाज गेंद से विकेट पर हिट करता है और विकेट गिर जाता है या फिर विकेट पर रखी बेल गिर जाती है तो बोल्ड माना जाता है।
- हिट विकेट – अगर बल्लेबाज द्वारा बल्लेबाजी करते समय बल्ले से या फिर उसके शरीर के किसी भी हिस्से से स्टंप या फिर बेल गिर जाती है तो उसे हिट विकेट का जाता है और बल्लेबाज आउट हो जाता है।
- स्टंपड – जब बल्लेबाज द्वारा कोई गेंद मिस (खाली निकाल दी जाती है) कर दी जाती है और वह क्रीज के बाहर होता है तो विकेटकीपर द्वारा गेंद को स्टंप पर मार दिया जाता है तो बल्लेबाज आउट हो जाता है।
- गेंद पकड़ना – एक बल्लेबाज अपने विकेट को सुरक्षित करने के लिए गेंद को हाथ से नहीं पकड़ सकता है।
- मेडन ओवर – जिस ओवर में बल्लेबाजी एक भी रन नहीं ले पाता उसे मेडन ओवर कहा जाता है।
क्रिकेट के प्रसिद्ध खिलाड़ी
सुनील गावस्कर, सचिन, कपिल देव, युवराज सिंह, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, वीरेंद्र सहवाग, अनिल कुंबले, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह, विजय हजारे, आशीष नेहरा, इरफान पठान, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ इत्यादि हमारे देश के प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी है।
निष्कर्ष
क्रिकेट ही नहीं बल्कि सभी प्रकार के खेल स्वास्थ्य और उत्साह में गजब की वृद्धि करते हैं जिससे आसपास का वातावरण एक पॉजिटिव एनर्जी से भर जाता है। विश्व कप क्रिकेट के समय पूरा विश्व के परिवार से बन जाता है जिससे आपसी भाईचारा तथा आपस में प्रेम और सम्मान बढ़ता है। क्रिकेट खेल के लिए बड़ी उपलब्धि है और जब से आईपीएल आया है क्रिकेट की लोकप्रियता में और उछाल तथा उबाल आया है.
में आशा करता हु की आपको ये Cricket par nibandh जरूर पसंद आया होगा.