हर व्यक्ति के जीवन में परीक्षा देने का अवसर जरूर आता है और उस परीक्षा में वह व्यक्ति कितना सफल होता है और कितना असफल होता है यह उसकी काबिलियत और मेहनत पर निर्भर करता है. आज में आपको परीक्षा का महत्व पर निबंध के जरिए परीक्षा का हमारे जीवन में क्या महत्व है, क्यों परीक्षा हमारे जीवन में होनी चाहिए. in सभी बातो के बारे में आज हम बात करेंगे.
में उम्मीद करता हु की आपको ये परीक्षा का महत्व पर निबंध जरूर पसंद आएगा. अगर आपको ये परीक्षा का महत्व पर निबंध पसंद आए तो आप एक बार ये Samachar Patra Essay in Hindi भी पढ़े.
परीक्षा का महत्व पर निबंध

आज हम सभी को इस दुनिया में सफल होने के लिए हर जगह पर परीक्षा देनी पड़ती है। परीक्षाओं की धारणा बहुत पुरानी है। जीवन के लगभग हर क्षेत्र में हम परीक्षाओं का सामना करते हैं। परीक्षाएँ मौखिक या लिखित हो सकती हैं। हमलोग अपने विद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षाओं में बैठते हैं। हमलोग अच्छी नौकरी पाने के लिए भी परीक्षाओं में बैठते हैं। जैसे-जैसे हम ऊँची कक्षाओं में पहुँचते हैं, परीक्षाओं की कठिनता का स्तर भी बढ़ जाता है। यह माना जाता है कि परीक्षाएँ किसी के ज्ञान और अनुभव की जाँच का माध्यम होती हैं।
परीक्षा का अर्थ
सबसे पहले आइये जानते हैं कि परीक्षा क्या है मतलब परीक्षा शब्द का अर्थ क्या है। परीक्षा दो शब्दों के मेल ( परि + ईक्षा ) से उत्पन्न हुआ शब्द है। परि का अर्थ है चारों तरफ और ईक्षा का अर्थ है देखना। तो इस लिहाज से तो इस शब्द के आधार पर यदि हम किसी की परीक्षा लेते हैं तो उसे चारों तरफ से देखते हैं। ये देखते हैं कहीं उसमे कोई कमी तो नहीं है। ये देखना कि क्या वो एक दिये गए मापदंड में खरा उतरता है या नहीं।
परीक्षा का महत्व
हम सभी के जीवन में परीक्षा का विशेष महत्व होता है. परीक्षा से हमें हमारी कमियों और हमारी ताकत के बारे में पता चलता है. यह एक मित्र की भांति हमें सच्चाई से अवगत कराती है
बिना परीक्षा के शायद जिन्दगी में आगे बढ़ना बहुत कष्टदायक होगा. क्योंकि जीवन में किसी भी कार्य को करने हेतु योग्यता की आवश्यकता होती है. बिना योग्यता के किसी भी कार्य को करना खतरनाक हो सकता है. परीक्षा आपकी योग्यता को परखती है
अगर परीक्षा में आप अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते तो ऐसे में आपके पास एक और मौका रहता है खुद में सुधार करने का, इस तरह हम अपनी योग्यता का मूल्यांकन कर खुद को और बेहतर बना सकते हैं. जो हमारी आगे बढ़ने में सहायता करता है. परीक्षा हमारी काबिलियत को निखारने का कार्य करती है
परीक्षाओं के बारे में धारणाएँ
परीक्षा के संबंध में दो प्रकार की धारणाएँ हैं। कुछ लोग विश्वास करते हैं कि परीक्षाएँ छात्रों के ज्ञान को जाँचने की सर्वश्रेष्ठ पद्धति हैं। परीक्षाओं के प्राप्तांक दर्शाते हैं कि किसी छात्र ने कितना सीखा है; उसने कितना प्रयास किया है। ये (परीक्षाएँ) यह भी दिखलाती हैं कि शिक्षक उचित ढंग से पढ़ाने में समर्थ रहे हैं या नहीं।
परीक्षाएँ छात्रों के बीच स्वस्थ प्रतियोगिता को प्रेरित करती हैं। वे अच्छे अंक पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। परीक्षाएँ छात्रों को अपने पाठ्यक्रम को सुव्यवस्थित करने में मदद करती हैं। किंतु, कुछ लोग विश्वास करते हैं कि परीक्षाएँ किसी की प्रतिभा को परखने की सही प्रणाली नहीं हैं। वे छात्रों के मस्तिष्क पर नकारात्मक दबाव डालती हैं।
कुछ छात्र परीक्षाओं में अच्छे अंक पाने के लिए अनुचित तरीके अपनाते हैं। यह सच्ची प्रतिभा के प्रति अन्याय को बढ़ावा देता है। कुछ माता-पिता अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए अपने बच्चों पर बहुत दवाब डालते हैं। फलतः जो छात्र परीक्षा में अनुत्तीर्ण होते हैं, उनमें से कुछ कभी-कभी गलत कदम उठा लेते हैं। कुछ अपने घरों से भाग जाते हैं। उनमें से कुछ तो आत्महत्या भी कर लेते हैं।
निष्कर्ष
परीक्षाओं के महत्व को सार्थक बनाने हेतु इनका सकारात्मक रूप से लिया जाना बहुत आवश्यक है. प्रत्येक विद्यार्थी दूसरे से भिन्न होता है अतः व्यक्तिगत योग्यता व रुचि का भी ध्यान रखना चाहिए
विद्यार्थियों पर अनुचित दबाव डालना गलत है. परीक्षाओं को अगर उचित ढंग से आयोजित किया जाए, तो प्रभावशाली अध्ययन को बढ़ावा देती हैं
हमारे सामने किसी भी प्रकार की परीक्षा हो चाहे विद्यालय की या चाहे जीवन की, हमें पूरी ईमानदारी से देनी चाहिए. परीक्षा से घबराइए नहीं, परीक्षा में कोई असफल नहीं होता बल्कि ये तो एक और मौका देती है अपनी गलतियों को सुधारने और अपने व्यक्तित्व को निखारने का. में आशा करता हु की आपको ये परीक्षा का महत्व पर निबंध अच्छा लगा होगा.
धन्यवाद